प्रश्नः-1. वैद्युतिक वायरिंग में प्रयुक्त सहायक सामग्री कैसी होनी चाहीए ?
उत्तरः- आई एस आई चिन्ह युक्त।
प्रश्नः-2. नियन्त्रक स्विच बोर्ड की फर्श से ऊॅंचाई कितनी होनी चाहिए ?
उत्तरः- नियन्त्रक स्विच बोर्ड की फर्श से ऊॅंचाई 1.3 मीटर होनी चाहिए।
प्रश्नः-3. 1200 मिमी फ्लोरसेंट ट्यूब का लोड कितना होता है ?
उत्तरः- 40 वाट।
प्रश्नः-4. 1200 मिमी सिलींग फैन का लोड कितना होता है ?
उत्तरः- 60 वाट।
प्रश्नः-5. मध्यम एवं उच्च वोल्टेज (क्रमशः 600 और 1100 वोल्ट)पर कार्य करने वाली मशीनों एवं ट्रांसफार्मर आदि की अर्थिंग कैसी होनी चाहिए ?
उत्तरः- डबल अर्थिंग।
प्रश्नः-6. नई स्थापित वैद्युतिक वायरिंग में सप्लाई चालू करने से पूर्व इन्सुलेशन प्रतिरोधक किस यन्त्र के द्वारा चैक करना चाहिए ?
उत्तरः- मैगर द्वारा।
प्रश्नः-7. चालक को तन्य क्यों होना चाहिए ?
उत्तरः- क्योंकि तन्य होने पर चालक से महीन तार खीचें जा सकते है जिनका प्रयोग क्वायल बनाने और वांईडिंग कार्यों में किया जाता है।
प्रश्नः-8. चांदी की विशेषता एवं चालक के रूप में इसके उपयोग बताइए ?
उत्तरः- यह सफेद तन्य आघतवर्ध्य एवं कम विशिष्ट प्रतिरोध वाली धातु है, इसका उपयोग रिले, कॉन्टैक्टर्स, स्टार्टर्स आदि में संयोजन बिन्दू बनाने के लिये किया जाता है।
प्रश्नः-9. टंगस्टन की विशेषता एवं उपयोग क्या है ?
उत्तरः- टंगस्टन गहरे स्लेटी रंग वाली, उच्च गलनांक, तन्य एवं कठोर धातु है, इसका उपयोग विधुत बल्ब एवं फ्लोरसैंट के फिलामेंट बनाने के लिये किया जाता हैै।
प्रश्नः-10. एल्युमिनियम की विशेषता बताइए ?
उत्तरः- यह सफेद, तन्य, आघातवर्ध्य, हल्की, जंगरोधी एवं कम विशिष्ट प्रतिरोध वाली धातु है परन्तु यह तांबे जितनी सुदृढ नहीं होती है।
प्रश्नः-2. नियन्त्रक स्विच बोर्ड की फर्श से ऊॅंचाई कितनी होनी चाहिए ?
उत्तरः- नियन्त्रक स्विच बोर्ड की फर्श से ऊॅंचाई 1.3 मीटर होनी चाहिए।
प्रश्नः-3. 1200 मिमी फ्लोरसेंट ट्यूब का लोड कितना होता है ?
उत्तरः- 40 वाट।
प्रश्नः-4. 1200 मिमी सिलींग फैन का लोड कितना होता है ?
उत्तरः- 60 वाट।
प्रश्नः-5. मध्यम एवं उच्च वोल्टेज (क्रमशः 600 और 1100 वोल्ट)पर कार्य करने वाली मशीनों एवं ट्रांसफार्मर आदि की अर्थिंग कैसी होनी चाहिए ?
उत्तरः- डबल अर्थिंग।
प्रश्नः-6. नई स्थापित वैद्युतिक वायरिंग में सप्लाई चालू करने से पूर्व इन्सुलेशन प्रतिरोधक किस यन्त्र के द्वारा चैक करना चाहिए ?
उत्तरः- मैगर द्वारा।
प्रश्नः-7. चालक को तन्य क्यों होना चाहिए ?
उत्तरः- क्योंकि तन्य होने पर चालक से महीन तार खीचें जा सकते है जिनका प्रयोग क्वायल बनाने और वांईडिंग कार्यों में किया जाता है।
प्रश्नः-8. चांदी की विशेषता एवं चालक के रूप में इसके उपयोग बताइए ?
उत्तरः- यह सफेद तन्य आघतवर्ध्य एवं कम विशिष्ट प्रतिरोध वाली धातु है, इसका उपयोग रिले, कॉन्टैक्टर्स, स्टार्टर्स आदि में संयोजन बिन्दू बनाने के लिये किया जाता है।
प्रश्नः-9. टंगस्टन की विशेषता एवं उपयोग क्या है ?
उत्तरः- टंगस्टन गहरे स्लेटी रंग वाली, उच्च गलनांक, तन्य एवं कठोर धातु है, इसका उपयोग विधुत बल्ब एवं फ्लोरसैंट के फिलामेंट बनाने के लिये किया जाता हैै।
प्रश्नः-10. एल्युमिनियम की विशेषता बताइए ?
उत्तरः- यह सफेद, तन्य, आघातवर्ध्य, हल्की, जंगरोधी एवं कम विशिष्ट प्रतिरोध वाली धातु है परन्तु यह तांबे जितनी सुदृढ नहीं होती है।
No comments:
Post a Comment