Nov 22, 2019

प्रेक्टिकल:-ओहम के नियम का सत्यापन करना
उ६sश्य:-
1- ओहम के नियम की जानकारी प्राप्त करना
2- ओहम के नियम के सत्यापन में देखना की धारा, वोल्टता व प्रतिरोध के मध्य क्या संबंध है।
3- अमीटर एवं वोल्टमीटर के कनैक्शन करना।
4- परिपथ में व्यय हुई शक्ति ज्ञात करना
आवश्यक औजार] उपकरण एवं सामग्रीः-
S.No
Tools & Instrument
Qty.
Raw Material
Qty.
01
Insulated Combination Plier-200mm
01
PVC Copper Wire-1.00mm2
2Mtr.
02
Insulated Screw Driver-150mm
01
D.P.I.C.-16amp.,250v
01
03
Phase Tester
01
Fuse Wire
0.5mtr
04
Voltmeter-(0-300v)
01


05
Ammeter-(0-1amp)
01


06
Variable Resistance
01


07
Fix Resistance
01





विधि:-
1- सर्वप्रथम डायाग्राम के अनुसार कनैक्शन करेगें।
2- फिक्स प्रतिरोध की धारा के अनुसार परिवर्ती प्र्तिरोध को रखते हुए वोल्टमीटर और अमीटर की रीडिंग नोट करें।
3- फिक्स प्रतिरोध का मान त्त्रटध्प् द्वारा ज्ञात करेगें।
4- परीवर्तीत प्रतिरोध को विभिन्न अवस्थाओं में बढाकर वोल्टेज को कम करना चाहिए और प्रत्येक अवस्था पर वोल्टमीटर और अमीटर की रीडिंग नोट करते रहना चाहिए।
5- सभी रीडिंगो को सारणी में नोट कर प्रतिरोध का मान ज्ञात करेगें।
6- धारा और वोल्टता के बीच में ग्राफ ड्रा करेगें। ग्राफ से पता चलता है कि धारा और वोल्टता का अनुपात स्थिर रहता है। यह स्थिर अनुपात ही प्रतिरोध कहलाता है।
7-  दूसरी स्थिति में जब वोल्टता को स्थिर रखते है तो प्रतिरोध के कम होने से धारा का मान अधिक हो जाता है इन readings को सारणी 2 में नोट करेगें।
Table-01
Reading At Fix Resistance-
S.No
Voltmeter Reading
(In Volt)
Ammeter Reading (In Amp.)
R=V/I (In Ohm)
Average Value Of resistance
01




02




03




04




05





Table-02
Reading At Fix Voltage-
S.No
Voltmeter Reading
(In Volt)
Ammeter Reading (In Amp.)
R=V/I (In Ohm)
Average Value Of resistance
01




02




03




04




05





सावधानी:-
1- प्रयोग करते समय प्रतिरोध का तापमान नहीं बढना चाहिए।
2- वोल्टमीटर को परिपथ में समानान्तर क्रम में जोडना चाहिए।
3- अमीटर को परिपथ में श्रेणी क्रम में जोडना चाहिए।