Transformer के प्रकार:-
1. आउटपुट वोल्टता के आधार पर-
(A) StepUp Transformer-यह Transformer इनपुट वोल्टता को बढाकर आउटपुट में प्रदान करता है।
(B) Stepdown Transformer-यह Transformer इनपुट वोल्टता को घटाकर आउटपुट में प्रदान करता है।
2. कोर की संरचना के आधार पर -
(A) Core Type -
L आकृति की दो स्टैम्पिग प्रयोग की जाती है।
दोनो भुजाओं पर वाइंिडग स्थापित की जाती है।
(B) Shell Type -
इसमें E तथा I प्रकार की पतिया प्रयोग की जाती है।
इसमें कोर की मध्य भुजा पर वाइडिग स्थापित की जाती है।
इसमें दो चुम्बकीय मार्ग होते है।
(C) Berry Type-
बैरी आकार की कोर का प्रयोग किया जाता है।
इसमें मुख्य कोर पर वाईडिंग स्थापित की जाती है।
इसमें अनेक चुम्बकीय मार्ग होते है।
इसमें उष्मा का विकिरण आसानी से होता रहता है।
3. फेजो की संख्या के आधार पर:-
(A) सिंगल फेज -
यह सिंगल फेज सप्लाई पर कार्य करते है।
ये कोर टाईप एवं शैल टाईप के होत है।
(B) तीन फेज -
ये थ्री फेज सप्लाई पर कार्य करते है।
ये शेल प्रकार के होते है।
4. शीतलन प्रणाली के आधार पर:-
(A) प्राकृतिक रूप से षितलीत -
कोर का क्षैत्रफल अधिक रखा जाता है।
बाहरी खोल में Air duct होते है।
(B) तेल द्वारा शीतलित -
प्राकृतिक रूप से तेल द्वारा शीतलित-
आयल ब्लास्ट शीतलन-इसमें एक रेडियटर का प्रयोग किया जाता है। इसका 500KVA क्षमता से वाले Transformer में प्रयोग किया जाता है।
(C) जल द्वारा शीतलित -
ठंडे जल द्वारा शीतलीत किया जाता है।
इसका 500KVA क्षमता से वाले Transformer में प्रयोग किया जाता है।
(D) वायु दाब द्वारा शीतलित-
इसमें ब्लोवर प्रकार के पंखे प्रयोग किये जाते है।
जहां जल की कमी होती है वहां पर इसका प्रयोग किया जाता है।