1. नंगे चालक (Conductor) का साईज Standard Wire Gauge से नापते समय चालक (Conductor) को केवल साफ कॉटन से साफ करना चाहिए।
2. चालक (Conductor) का साईज नापने के लिए Standard Wire Gauge के स्लॉट में चालक (Conductor) न ज्यादा ढीला रहे और न ही ज्यादा कसा हुआ प्रवेश करें।
3. 0-25 मि0मी0 आउटसाइड माईक्रोमीटर (Outside Micrometer) द्वारा न्यूनतम 0.01 मि0मी0 रीडिंग लेना संभव है।
4. मीट्रिक माईक्रोमीटर (Metric Micrometer) में हैंडल एक पूरा चक्कर घुमाने पर स्पिंडल 0.05मि0मी0 आगे बढती है।
5. 0-25 मि0मी0 आउटसाईड माईक्रोमीटर (Outside Micrometer) की दोनों सतह मिला कर रखी जाती हैं। बाद में थिम्बल को घुमाकर दोनों सतह के बीच 0.25 मि0मी0 दूरी प्राप्त की जाती है। इतनी दूरी प्राप्त करने के लिए थिम्बल को केबल आधा चक्कर घुमाया जाता है।
6. विधुत चालकों में प्रयुक्त होने वाली सामान्यतः धातुएं है-
- तांबा (Copper)
- एल्युमिनियम (Aluminium)
7. तांबा तार की एल्युमिनियम तार Wire से धारा वहन क्षमता अधिक होती है।
8. स्ट्रेट ट्विस्ट जोड बनाते समय तार पर लगभग छः टर्न देने चाहिए।
9. पी वी सी इंसुलेटिड एल्युमिनियम केबल में 7/3 दर्शाता है कि केबल में सात चालक हैं और प्रत्येक चालक का व्यास 3 मि0मी0 है।
10. एल्युमिनियम केबल की मैकेनिकल शक्ति, कॉपर केबल की अपेक्षा कम होती है।
11. सामान्यतः एल्युमिनियम केबलों को स्टैंडर्ड वायर गेज (SWG) संख्या के स्थान पर मि0मी0 में व्यास द्वारा दर्शाया जाता है।
12. 1.5 वर्ग मि0मी0 एल्युमिनियम केबल की धारा वहन क्षमता (Current carrying capacity) 8 एम्पियर होती है जब इसे कंड्युट में एक फेज ए.सी. सर्किट के लिए प्रयोग किया जावे।
13. बी.आई.एस. नियमानुसार केबलों की धारा बहने की क्षमता 40 डिग्री सेन्टीग्रेड वातावरण तापमान पर निर्धारित की जाती है।
14. केबलों में लचीलापन और यांत्रिक शक्ति तथा धारा बहने की क्षमता बढाने के लिए स्ट्रेंडिंग की जाती है।
15. वातावरण का तापमान बढने पर चालक की धारा बहने की क्षमता घटती है।
16. यदि समान चालक को एक कला परिपथ के स्थान पर तीन कला परिपथ में उपयोग करें तब चालक की धारा बहने की क्षमता कम होती है।
17. समान अनुप्रस्थ कटाक्ष क्षेत्रफल (Cross Section Area) वाले चालक के लिए एल्यूमिनियम चालक की अपेक्षा कॉपर चालक में अधिक धारा प्रवाह होता है।
18. समान धारा के लिए यदि परिपथ एच आर सी फ्यूज (HRC) द्वारा सुरक्षित किया गया है और यदि इसकी जगह परिपथ में री-वायरेबल फ्यूज (Re-Wire able Fuse) लगाया गया है तो केबल का साईज बडा चुनना चाहिए।
19. एल्यूमिनियम चालकों के लिए केवल एल्यूमिनियम स्लीव ही प्रयोग करना चाहीए।
20. यदि एल्यूमिनियम चालको को कॉपर चालको के साथ जोडना है तो द्विधातुय कनेक्टर उपयोग करने चाहिए जिससे गैलवेनिक जंग से रोका जा सके।
21. एल्यूमिनियम केबलों में जहां नट बोल्ट टर्मिनल कनैक्शन करने है उनमें बडे आकार के फ्लैट वाशर लगाने चाहिए।