Earthing
क्या है -
भू-तार
घर की वायरिंग में की जाने वाली एक ऐसी युक्ति है जिसके इस्तेमाल से वायरिंग में सुरक्षा
के प्रति विश्वसनीयता बढ़ती है। खराबी आ जाने की वजह से यदि किसी भी उपकरण के बॉडी में
बिजली के झटके आने लगते गई यदि घर में भू-तार की भी वायरिंग करवाई गयी हो तो ऐसे
खराब उपकरण से छू जाने के बाद भी शरीर को झटका नहीं लगता है और मानव शरीर सुरक्षित
रहता है। भू तार को अर्थिंग भी कहा जाता है और घरेलू वायरिंग में इस अर्थिंग के तार
के कवर का कलर हरा होता है।
बिजली
पर काम करने वाले किसी भी उपकरण को पावर के रूप में 220वाल्ट ac दिया जाता
है। सभी उपकरण को बिजली बोर्ड से कनेक्ट करने के लिए उसमें एक कनेक्शन वायर लगाया
हुआ रहता है। इस तार के जरिये ही धारा उस उपकरण तक पहुँचता है। लेकिन साथ ही इस
वायर को बिजली बोर्ड से कनेक्ट करने के लिए उसमें एक प्लग भी लगा हुआ होता है
जिसे बोर्ड के सॉकेट में लगाया जाता है।
यदि
आपने ऐसे ही कुछ उपकरणों का इस्तेमाल किया हुआ होगा तो आपने देखा होगा कि किसी
उपकरण के कनेक्शन वायर के प्लग में सिर्फ 2 पिन ही होता है तो किसी उपकरण के प्लग में
3 पिन भी लगा हुआ होता है।
3
पिन वाले उपकरण के प्लग के 2 कनेक्शन पिन तो इनपुट सप्लाई के लिए ही होते हैं लेकिन
इसका सबसे ऊपर वाला तीसरा पिन जो होता है वो पिन ही भू-तार कनेक्शन के लिए लगा हुआ
होता है। ठीक इसी तरह से प्रेस के पावर प्लग में भी 3 पिन लगे होते हैं जिनमें
से सबसे ऊपर वाला पिन भू-तार की कनेक्शन के लिए ही होता है। साथ ही भू-तार वाला पिन
किसी भी उपकरण के कैबिनेट से कनेक्शन किया हुआ होता है।
जब
भी किसी उपकरण में स्पार्किंग की समस्या आती है तो इसका मतलब ये होता है कि उस उपकरण
के बॉडी के संपर्क में करंट प्रवाहित कोई तार आ गया है। लेकिन चूंकि उस उपकरण
की बॉडी से भू-तार वाला कनेक्शन जुड़ा हुआ होता है, इसलिए यदि घर में भू-तार की
वायरिंग कराई हुयी होती है तो उस उपकरण की बॉडी से होते हुए भू-तार वाले वायर
के द्वारा सभी इलेक्ट्रान ग्राउंड में समाहित होने लगते हैं।
ऐसे
में, स्पार्किंग होने के बावजूद भी उस उपकरण से छू जाने के बाद भी शरीर को कोई नुकसान
नहीं पहुँचता है। हालांकि, भू-तार की वायरिंग के वजह से भले ही स्पार्किंग होने वाले
उपकरण को छू लेने से भी कोई हानि न हो लेकिन यदि उस उपकरण के कैबिनेट से ac टेस्टर
को सटाकर विद्युत के मौजूदगी की जांच की जाए तो झटका नहीं लगने के बावजूद भी टेस्टर के
led बल्ब जल उठेंगे।
साथ
ही इस बात का भी ध्यान रहे कि भू-तार कनेक्शन के दौरान किसी भी उपकरण में स्पार्किंग
की वजह से ज्यादा बिजली की खपत होती है जिससे बिजली बिल में बढोत्तरी हो होती है।
इसलिए यदि कभी भी किसी उपकरण में स्पार्किंग का शक हो तो तुरंत उसकी मरम्मत करवा लें
अन्यथा आपको आर्थिक और शारीरिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।