May 13, 2021

Periodical maintenance of transformer

Periodical maintenance of transformer In Hindi : एक विद्युत ट्रांसफार्मर (Transformer) एक विद्युत सबस्टेशन (Substation) के उपकरणों का सबसे महंगा और आवश्यक उपकरण है। इसलिए ट्रांसफार्मर के लम्बे समय तक उच्च स्तर के प्रदर्शन और कार्यात्मक जीवन के लिए उसकी समय समय पर रखरखाव बहुत ही आवश्यक है।

एक ट्रांसफार्मर को ट्रांसफार्मर के विभिन्न मापदंडों के माप और परीक्षण सहित विभिन्न नियमित रखरखाव कार्यों की आवश्यकता होती है। ट्रांसफार्मर के रखरखाव के दो मुख्य प्रकार हैं। हम उसमे से एक को नियमित आधार पर करते है और दूसरे को आवश्यकतानुसार इमरजेंसी में करते है 


इसका मतलब है कि एक ट्रांसफार्मर से सुचारू रूप से वर्किंग में रखने के लिए हमें नियमित रूप से कुछ रखरखाव क्रियाएं करनी चाहिए।

ट्रांसफार्मर के लिए कुछ अन्य प्रकार के रखरखाव हम केवल उसी कंडीशन में करते हैं जैसे कि उनकी आवश्यकता होती हैं ये रखरखाव आपातकालीन या ब्रेकडाउन ट्रांसफार्मर रखरखाव के रूप में जाने जाते है। यदि हम नियमित रखरखाव को ठीक प्रकार और समय अनुसार करेंगे तो हमे आपातकालीन रखरखाव की बहुत काम आवश्यकता होगी। 

इसलिए समय समय पर किये गए रखरखाव से आपातकालीन और अचानक होने वाले  ब्रेकडाउन से बच सकते हैं। इसीलिए हमें मुख्य रूप से स्थिति रखरखाव पर ध्यान देना चाहिए। जिससे की 100% सही रखरखाव के कारण उपकरण के 0% ब्रेकडाउन हो 

ट्रांसफार्मर पर कई अलग-अलग रखरखाव क्रियाएं की जाती हैं। वे दैनिक, मासिक, वार्षिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक आधार पर हो सकती हैं। कुछ ट्रांसफॉर्मर रखरखाव गतिविधियों को केवल 3 से 4 साल के अंतराल में एक बार करने की आवश्यकता होती है।


दैनिक आधार (Daily Based) पर की जाने वाली  जाँच और रखरखाव 

दैनिक आधार पर की जाने वाली जाँच में मुख्य तीन चीजे है जिनकी दैनिक आधार पर जाँच की जाती है 

  • मुख्य टैंक और संरक्षक टैंक के आयल का लेवल आयल गेज से चेक करना ।
  • Breather  में सिलिका जेल (Silica Gel) के रंग को चेक करना ।
  • ट्रांसफार्मर के किसी भी बिंदु से तेल के रिसाव को चेक करना।


मैन टैंक में असंतोषजनक तेल स्तर के मामले में, ट्रांसफार्मर में तेल को भरा जाना आवश्यक है और तेल रिसाव के लिए ट्रांसफार्मर टैंक की जांच भी की जानी आवश्यक है। यदि तेल रिसाव पाया जाता है तो रिसाव को बंद करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए । यदि सिलिका जेल गुलाबी रंग का हो जाता है, तो इसे बदल दिया जाना चाहिए।

ट्रांसफार्मर का मासिक आधार पर रखरखाव

  • सिलिका जेल breather के तहत आयल की कप  में तेल का स्तर एक महीने के अंतराल में जांचना चाहिए। यदि यह पाया जाता है कि कप के अंदर ट्रांसफार्मर का तेल निर्दिष्ट स्तर से नीचे आता है, तो निर्दिष्ट स्तर के अनुसार तेल को भरना चाहिए ।
  • सांस लेने की क्रिया के लिए सिलिका जेल के breather  में छिद्रो को मासिक रूप से जांचना चाहिए और यदि आवश्यक हो तो ठीक से साफ किया जाना चाहिए।
  • यदि आपके विद्युत ट्रांसफार्मर में तेल भरने वाली बुशिंग है, तो सुनिश्चित करें कि तेल सही स्तर तक भरा है यदि ट्रांसफार्मर आयल का लेवल कम हो तो उसे सही लेवल तक भरे।

अर्धवार्षिक आधार पर ट्रांसफार्मर का रखरखाव

ट्रांसफार्मर के तेल की छमाही के आधार पर जाँच होनी चाहिए अर्थात 6 महीने में एक बार ट्रांसफार्मर आयल की जाँच की जानी चाहिए जिसमे निम्न को चेक करना चाहिए 

  • डिएलेक्ट्रिक स्ट्रेंथ (Dielectric Strength)
  • आयल में पानी की मात्रा,
  • आयल में अम्लता की मात्रा ,
  • आयल में sludge content की मात्रा 
  • फ्लैश प्वाइंट(Flash Point), डीडीए (DDA), आईएफटी (IFT), ट्रांसफार्मर तेल के लिए प्रतिरोधकता इत्यादि की जाँच सिक्स मंथ में एक बार होनी आवश्यक है।

वार्षिक आधार पर ट्रांसफार्मर का रखरखाव

  • कूलिंग सिस्टम का ऑटो रिमोट, मैनुअल फंक्शन यानि कि तेल पंप, हवा के पंखे और ट्रांसफार्मर के कूलिंग सिस्टम में लगे अन्य सामान, साथ ही उनके कंट्रोल सर्किट को एक साल के अंतराल में चेक किया जाना चाहिए।
  • ट्रबल के मामले में, नियंत्रण सर्किट और पंपों और fans की भौतिक स्थिति की जांच की जानी चाहिए।

  • ट्रांसफार्मर की सभी बुशिंग को मुलायम सूती कपड़े से साफ किया जाना चाहिए साथ ही सफाई के दौरान बुशिंग के क्रैक होने की जांच भी की जानी चाहिए।

  • प्रत्येक वर्ष ओएलटीसी (OLTC) की तेल की स्थिति की जांच की जानी चाहिए। उसके लिए, डायवर्टर टैंक के ड्रेन वाल्व (Drain Valve) से तेल का नमूना लिया जाता है, और इस तेल के नमूने को dielectric strength  (BDV) और नमी सामग्री (PPM) के लिए परीक्षण किया जाना चाहिए ।
  • यदि recommended values की तुलना में बीडीवी कम है और नमी के लिए पीपीएम उच्च पाया जाता है, तो ओएलटीसी के अंदर के तेल को replaced या फ़िल्टर किया जाना चाहिए है।

  • Buchholz रिले का यांत्रिक निरीक्षण वार्षिक आधार पर किया जाना चाहिए है।

  • सभी मार्सलिंग बॉक्स साल में कम से कम एक बार अंदर से साफ किए जाने चाहिए ।
  • सभी illumination, space heaters इत्यादि की जाँच की जानी चाहिए वे ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। यदि नहीं, तो आवश्यक रखरखाव कार्रवाई की जानी चाहिए।

  • नियंत्रण और रिले तारों के सभी टर्मिनल कनेक्शनों को एक वर्ष में कम से कम एक बार tightness के लिए जाँच की जानी चाहिए।

  • आरएंडसी पैनल (रिले और कंट्रोल पैनल) और आरटीसीसी (रिमोट टैप चेंजर कंट्रोल पैनल) पैनल में उनके सर्किट के साथ सभी रिले, अलार्म और कंट्रोल स्विच इत्यादि की भी वर्ष में एक बार जाँच की जानी चाहिए 
  • ट्रांसफार्मर टॉप कवर पर OTI, WTI (Oil Temperature Indicator & Winding Temperature Indicator) से आयल की जाँच की जाए और यदि आवश्यक हो तो तेल को फिर से भरना चाहिए।

  • प्रेशर रिलीज डिवाइस और बुकहोल्ज़ रिले के उचित कार्य की सालाना जाँच की जानी चाहिए। उसके लिए trip contacts और उक्त उपकरणों के alarm contacts की  तार के एक छोटे से शार्ट करके करनी चाहिए कि remote panel में संबंधित रिले ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं।

  • ट्रांसफार्मर के Insulation resistance और polarization index को 5KV  रेंज के बैटरी संचालित megger से जांचना चाहिए।

  • earth connection के प्रतिरोधक मान को clamp on earth resistance meter के साथ सालाना मापा जाना चाहिए।

2 साल में एक बार की जाने वाली कार्रवाई

  • ओटीआई और डब्ल्यूटीआई का अंशांकन दो साल में एक बार किया जाना चाहिए।
  • ट्रांसफार्मर की बुशिंग की जाँच भी दो साल में एक बार की जानी चाहिए।

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