1. यदि सैल को लम्बे समय तक उपयोग नही लेना हो तो प्लेटो को साफ पानी से धोकर छाया मे सुकाया जाता है।
2. लैड एसिड सैल की एम्पियर घन्टा क्षमता का मान 90% से 95% तक तथा वाट घण्टे क्षमता का मान 80% - 85% तक होता है।
3. बैट्री को अलग करते समय पहले ऋणात्मक टर्मिनल को अलग करते है।
4. इलैक्ट्रोलाइट तैयार करते समय अम्ल को जल मे मिलाया जाता हैं।
5. बैट्री के समय इलैक्ट्रोलाइट गाढा हो जाता है।
6. निकिल आयरन सैल का उपयोग पनडूब्बी मे किया जाता है।
7. सैलो के समूह को बैट्री कहते है।
8. सैलो की वोल्टेज क्षमता बढाने के लिए उन्हे श्रेणी क्रम मे जोडा जाता है
9. सैलो को श्रेणी क्रम मे संयोजित करने पर Ah पर कोइ प्रभाव नही पडता है।
10. सैलो के द्वारा कुल करन्ट क्षमता को बढाने के लिए उन्हे समान्तर क्रम मे जोडा जाता है।
11. डिस चार्जिगं के दोरान सैल का प्रतिरोध बढता जाता है।
12. जब बाहरी प्रतिरोध व आन्तरिक प्रतिरोध बराबर हो तो सैलो को मिश्रित क्रम मे जोडते है।
13. लोड EMF का मान सदैव स्त्रोत EMF से कम होता है क्योकि सैल के आन्तरिक प्रतिरोध के कारण होता है।
14. बैट्री की क्षमता एम्पियर घण्टे या Wh या Ah मे मापी जाती है।
15. बैट्री को चार्ज करने के लिए DC की आवयकता होती है।
16. बैट्री चार्जर मे AC को DC मे बदलने वाली युक्ति सिलिकॉन कन्ट्रोल रेक्ट्रीफायर (SCR) या टगंर डायोड होती है।
17. चार्जिगं के प्रारम्भ मे सैल का विरोधी EMF Zero होता है। इसलिए starting मे बैट्री अधिक धारा लेती है।
18. बैट्री चार्जिगं के दोरान इलेक्ट्रोलाइट का रंग दुधिया हो जाता है।
19. बैट्री पर रेटिगं करन्ट से अधिक करन्ट देकर बूस्टर चार्जर से चार्ज किया जा सकता है।
20. हाइड्रोमीटर द्वारा पदार्थ का आपेक्षिक घनत्व मापकर चार्जिगं का पता लगाया जाता है।
21. हाइड्रोमीटर आर्कमडिज सिद्धान्त पर आधारित होता है।
22. UPS की रेटिगं VA मे होती है।
24. यदि Copper की बस-बार हो तो उसका धारा घनत्व 165 A/m2 तथा ।Aluminium की बस-बार हो तो उसका धारा घनत्व 148 A/m2 होता है।
25. चुम्बकीय बल रेखाओ की संख्याओ के योग को चुम्बकीय फ्लक्स कहते है। Φ = BA
26. चुम्बकीय फ्लक्स का प्रतीक Φ (फाई) तथा SI मात्रक वैबर (Wb) ओर मात्रक मैक्ससवैल होता है।
27. चुम्बकीय फ्लक्स घनत्व का प्रतीक B और SI मात्रक वैबर/मी2 या टैसला होता है।
28. वह बल जो चुम्बकीय परिपथ मे चुम्बकीय फ्लक्स को गतिमान करता है MMF कहलाता है। Fm=NI,
29. किसी विद्युत चुम्बक मे से होने वाली धारा प्रवाह को समाप्त कर देने पर भी उसमे कुछ चुम्बकत्व रह जाते है जिसे अवशिष्ट चुम्बकत्व कहते है।
30. हिस्टरोसिस क्षति फ्रीक्वेंसी के समानुपाती होती है।
31. स्थायी चुम्बक चुम्बक कार्बन स्टील (फोलाद), कोबाल्ट-स्टील आदि से बनाये जाते है।
32. एलनिक मे Aluminium लोहा, निकिल, कोबाल्ट होती है।
33. एल्कोनैक्स मे Aluminium लोहा, कोबाल्ट, कॉपर होती है।
34. स्थायी चुम्बक का उपयोग मापक यन्त्रो, डायनमोए लाउडस्पीकर आदि मे करते है।
35. स्थायी चुम्बक बनाने मे टगंस्टन का भी प्रयोग करते है।
36. अस्थायी चुम्बक एक विद्युत चुम्बक होता है।
37. अस्थायी चुम्बक मे चुम्बकत्व को घटाया बढाया जा सकता है।
38. वि.चु.प्रेरण का प्रयोग डायनेमो,अल्टरनेटर, जनरेटर आदि मे किया जाता है।
39. भारत मे फीक्वेंसी का मान 50Hz व अमेरिका मे 60Hz हवाई जहाज मे 400Hz होती है।
40. दो AC राशियो के बीच 90˚ का फेज अन्तर हो तो वे क्वाड्रेच और 180˚ का अन्तर एन्टीफेज कहलाता है।
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