1. लघु परिपथ मे प्रतिरोध Zero तथा धारा का मान अनन्त हो जाता है।
2. सेल्फ स्टार्टिगं सर्किट मे वायरिगं को जलने से बचाने के लिए सोलेनाइड स्विच लगााते है।
3. नियोन इन्डीकेटर स्त्रोत मे सीधे ही जुडा होता है तो यह परिपथ पायलट परिपथ कहलाता है।
4. किसान टॉर्च, ग्राइण्डर आदि मे टॉगल स्विच लगाया जाता है।
5. सॉकेट विद्युत सप्लाई प्रदान करता है जो 2 पिन व 3 पिन वाला होता है।
6. सॉकेट मे Right पिन फेज की व Left पिन न्यूट्रल व ऊपर की पिन अर्थ की होती है।
7. बायोनेट केप लैम्प होल्डर 200W तक के लैम्पो के लिए प्रयोग करते है।
8. एडीसन स्क्रु टाइप लैम्प होल्डर 200W से 300W तक के लेम्प मे प्रयोग करते है।
9. गोलिएथ एडीसन स्क्रु टाइप लैम्प होल्डर 300W से अधिक लेम्प मे प्रयोग करते है।
10. MCB वन वे प्रकार का स्विच होता है।
11. MCB ऊश्मीय व चुम्बकीय दोनो सिद्धान्त पर कार्य करती है।
12. MCB, 0.5A-63A, 240V की क्षमता मे होती है।
13. लाइट परिपथ मे MCB की नॉव हरे रंग की होती है।
14. आईसोलेटर मे MCB की नॉव लाल रंग की होती है।
15. DC परिपथ मे MCB की नॉव काले रंग की होती है।
16. AC परिपथ मे MCB की नॉव नीले रंग की होती है।
17. ELCB 100ma लीकेज धारा पर ही प्रचालित हो जाती है। और उपकरण को विधुत स्त्रोत से अलग कर देती है।
18. ELCB अवशिष्ट धारा (रेजीडयूल करन्ट) के आधार पर कार्य करता है।
19. RCCB (रेजिडयूल करन्ट सर्किट ब्रेकर) ELCB का सुधरा हुआ रूप है।
20. एयर सर्किट ब्रेकर मे चल टर्मिनल तांबा टगंस्टन मिश्र धातु की बनी होती है।
21. एयर ब्लास्ट सर्किट ब्रेकर मे Dry Air का दबाव 50-60 Kg/cm2 रखा जाता है।
22. फ्यूज मे निम्न घलनांकए उच्च प्रतिरोध वाला तार होता है।
23. फ्यूज तार मे टिन 60% सीसा 40% होता है।
24. फ्यूज ऊष्मीय सिद्धान्त पर कार्य करता है।
25. फ्यूज रेटिगं एम्पियर मे मापी जाती है।
26. HRC फ्यूज गुणक लगभग 1.1 होता है।
27. फ्यूज का आविश्कार एडीसन ने किया था
28. तडित चालक का आविश्कार बेंजामिन फ्रेकलिन ने किया था व Copper का बना होता है।
29. पृथ्वी एक बडा चालक है। और इसका विभव Zero माना जाता है।
30 यदि कोई विभव युक्त चालक पृथ्वी से जोड दिया जाता है। तो इसका विभव भी Zero हो जाता है।
31. दो भू Electrod के मध्य न्यूनतम दूरी 5 मीटर होनी चाहिए।
32. जब Electrolyte का ताप बढता है तो प्रतिरोध घटता है।
33. इलेक्ट्रोलाइट बनाने के लिए तेजाब (गधंक) व पानी का अनुपात 1ः 3 होता है।
34. जब कोइ परमाणु इलेक्ट्रोन का उत्सर्जन (त्याग) या ग्रहण करता है तो वह आयन कहलाता है।
35. इलेक्ट्रोलाइट में कैथोड की और आने वाले आयन धनायन cation कहलाते है जैसे अमोनियम NH4, जिंक Zn, पोटेशियम K, व कॉपर Cu आदि
36. इलैक्ट्रोलाइट मे एनोड की ओर जाने वाले आयन ऋणायन कहलाते है जैसे:- सल्फेट SO4, क्लोराइड Cl, हाइड्रोक्साड OH आदि
37. किसी धातु के ऊपर दूसरे धातु की परत चढाने की प्रक्रिया इलैक्ट्रोप्लेटिगं (विद्युत रंजन) कहलाती है।
38. रासायनिक सैल विद्युत अपघटन सिद्धान्त पर कार्य करता है।
39. Dry Cell का उपयोग दिवार घडी, टार्च, केमरा आदि मे करते है।
40. प्रथामिक सैल मे सबसे अधिक दक्षता लीथियम सैल कि होती है।
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