1. तडित चालक (Lighting Arrester) का उपयोग आकाशीय विद्युत से सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जाता है।
2. हॉर्न गैप तडित चालक (Horn Gap Lighting Arrester) का उपयोग 11 KV सप्लाई तक किया जाता है।
3. ऑक्साइड फिल्म तडित चालक का उपयोग 220 KV सप्लाई तक किया जाता है।
4. पैलेट तडित चालक का उपयोग सामान्यतः 66 KVसप्लाई तक किया जाता है।
5. थाइराइट तडित चालक का उपयोग 220KV सप्लाई तक किया जाता है।
6. परमाणु एक अभाज्य कण होता है।
7. परमाणु का औसत व्यास लगभग 10-10 m होता है।
8. नाभिक का घनत्व परमाणु के घनत्व से 1012 गुना अधिक होता है।
9. प्रोटॉन पर धन आवेश 1.6×10-19 कुलाम होता है।
10. प्रोटॉन द्रव्यमान e- की अपेक्षा 1840 गुणा अधिक होता है।
11. प्रोटॉन द्रव्यमान 1.67×10-27 Kg या 1.67×10-24 g होता है।
12. न्यूट्रॉन की खोज सन् 1932 मे जेम्स चेडविक नामक वैज्ञानिक ने की थी।
13. इलैक्ट्रॉन की खोज सन् 1897 मे जोसेफ जॉन थॉमसन नामक वैज्ञानिक ने कि थी
14. इलैक्ट्रॉन का द्रव्यमान 9.1×10-31 Kg या 9.1×10-28 g होता है।
15. परमाणु संख्या= प्रोटॉन संख्या = इलैक्ट्रॉन संख्या होती है
16. परमाणु क्रमांक के अनुसार सबसे हल्की गैस हीलियम (He) व भारी रेडॉन (Rn) होती है। परन्तु वायुमण्डल मे उपलब्ध गैस मे सबसे भारीCO2 होती है।
17. परमाणु क्रमांक के अनुसार सबसे हल्की धातु लिथियम (Li) व सबसे भारी ओसियस (OS) धातु होती है।
18. जर्मेनियम (Ge) तथा सिलिकॉन (Si) चतुश्संयोजी तत्त्व है अर्थात इनकी बाह्मतम कक्षा मे 4 इलैक्ट्रॉन होते है।
19. जर्मेनियम की परमाणु संख्या 32 व सिलिकॉन की 14 होती है
20. होल (विवर) धनात्मक का कार्य करते है।
21. मुक्त इलैक्ट्रॉन ऋणात्मक का कार्य करते है।
22. डायोड द्वारा फोरवर्ड वायस मे निम्न व रिवर्स वायस मे उच्च (KΩ) प्रतिरोध होता है।
23. जर्मेनियम डायोड का रोधिका विभव 0.1v से 0.3v तक होता है।
24. सिलिकॉन डायोड मे रोधिका विभव 0.7v होता है।
25. LED एक PN डायोड होता है।
26. वह अधिकतम वोल्टेज जिस पर रिवर्स वायस (Reverse Bias) मे डायोड मे से धारा प्रवाहित नही होती है पीक इन्वर्स वोल्टेज कहलाता है।
27. डायोड का स्विच ऑन करते हि बहने वाली प्रारम्भिक अधिकतम धारा सर्ज करन्ट (Surge Current) कहलाती है।
29. जीनर डायोड का कार्य वोल्टेज नियन्त्रण के लिए होता है।
30. जीनर डायोड ब्रेक डाउन सिद्धान्त पर कार्य करता है।
31. 3 फेज दिश्टकारी का उपयोग बैट्री चार्जर, इमरजेंसी light, मल्टीमीटर आदि मे करते है।
32. तीन अर्द्धचालक खण्डो वाली युक्ति ट्रंासिस्टर कहलाती है।
33. Transistor मे दो P-N संगम होते है।
34. Transistor एक धारा युक्ति होती है।
35. PNP मे एमीटर धारा का मान कलैक्टर धारा और बेस धारा के मान के योग के बराबर होता है। Ie=Ic+Ib
36. Transistor मे बेस धारा एमीटर धारा से 5% कम होती है।
37. कॉमन एमीटर मे फेज परिवर्तन 180˚ होता है।
38. कॉमन बेस मे फेज परिवर्तन 0˚ होता है।
39. कॉमन कलैक्टर मे फेज परिवर्तन 0˚ होता है।
40. कलैक्टर धारा तथा एमीटर धारा के अनुपात को धारा गेन एल्फा कहते है।
41. करंट गेन एल्फा α का मान 0.99 या 1 होता है।
42. करंट गेन बीटा β का मान 199 तक होता है।
43. एल्फा व बीटा का कोई मात्रक नही होता है।
44. आदर्श प्रवर्धन का शोर गुणांक 0db होता है।
45. Ic सिलिकॉन पदार्थ की बनाई जाती है।
46. FET मे दो PN जक्ंशन होते है।
47. FET वोल्टेज कन्ट्रोल युक्ति है।
48. SCR का उपयोग बैट्री चार्जर, इन्वर्टर तथा गति नियन्त्रक प्रणालियो मे किया जाता है।
49. GTO का उपयोग ट्रिगर परिपथ मे किया जाता है।
50. बिट Bit = एक बाइनरी तत्व 0 या 1 होता
51. निबिल = 4 बाइनरी बिट के समुह को 1 निबिल कहते है।
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