1. एक विधुतकार चाकु (Electrician knife) की धार को इतनी तेज नहीं बनाना चाहिए कि वह एक पतली रेखा जैसी दिखाई देने लगे।
2. पोर्सिलेन (Porcelain) पदार्थ विधुत का अच्छा सुचालक नहीं है।
3. एक मि0मि0 व्यास वाली तार का Cross Section Area अनुप्रस्थ कटाक्ष क्षैत्रफल 9.78 मि0मी02 होता है।
5. यदि आप तार (Wire) को छीलने के लिए केबल का इंसुलेशन (Cable Insulation) चाकू की मदद से छील रहे हैं उस पर चाकू से गोलाकार निशान इत्यादि से बचाकर उसे कमजोर होने से बचाना चाहिए।
6. एक बार इंसूलेशन पर कट लगाने के बाद, केबल का इंसुलेशन हाथ या प्लायर की मदद से खींच लेना चाहिए।
7. वायर स्ट्रीपर (Wire Stripper) की कैंची जैसी धार पर एक लाईन में कई छेद होते है जिनकी सहायता से अलग अलग आकार की केबलों को छीला जा सकता है।
8. मैनुअल स्ट्रीपर (Manual Stripper) पर लिखे अंक तार के SWG को दर्शाते है।
9. तार को कटने तथा उसे कमजोर होने से बचाने के लिए वायर स्ट्रीपर (Wire Stripper) का छेद तार के गेज साईज के बराबर होना चाहिए।
10. यदि तार को बडे आकार के छेद में डाल कर छीला जायेगा तब हो सकता है कि इंसुलेशन पूरा न छिल सके।
11. एक विधुत इंसूलेटिग पदार्थ (Electric Insulating Material) सामान्य अवस्थाओं में इलैक्ट्रॉन प्रवाह (Electron Flow) करने में सक्षम नहीं होता है।
12. एक केबल जिसमें एक इंसुलेशन (Insulation) के भीतर कई तारें होती है उसे Stranded cable कहते है।
13. एक केबल जिसमें स्वतंत्र इंसुलेशन वाली एक से अधिक तारें होती है उसे मल्टीकोर केबल (Multicore Cable) कहते है।
14. एल्युमिनियम केबल को कॉपर/ब्रास टर्मिनलों में जोडने के लिए उपयुक्त कनेक्टर (Connector) या लग्स क्रिम्प (Lugs Crimp) करके जोडना चाहिए।
15. मेटल में मुक्त इलैक्ट्रॉन (Free Electron) होते है तथा ये अच्छे सुचालक (Good Conductor) होते है।
16. असुचालक पदार्थों (Insulating Materials) को इंसुलेटर (Insulator) अथवा डाईइलैक्ट्रिक (Dielectrics) कहते है।
17. तारों को व्यास नापने की सामान्य नाप वायर गेज (Wire Gauge)है।
18. तारों (Wires) और केबलों (Cables) का वर्गीकरण उनके अंदर प्रयुक्त इंसुलेशन (Insulation) के आधार पर किया जा सकता है।
19. केबल दो या दो अधिक चालको को एक कवरिंग के अन्दर रख कर बनाई जाती है।
20. इंसुलेशन की एक परत बिना हानी पहुंचे जितनी मात्रा में विभावन्तर (Potential Difference) सह सकती है वह उसकी ब्रेक डाउन वोल्टता (Break Down Voltage) कहलाती है।
21. साईड कटिंग प्लायर (Side Cutting plier) को निप्पर प्लायर (Nipper Plier) या डायगनल कटिंग प्लायर (Diagonal Cutting Plier) भी कहते है।
साईड कटिंग प्लायर के चार उपयोग होते है-
टर्मिनलों के पास छोटे चालको को काटने के लिए।
केबल की कवरिंग हटाने के लिए।
कॉटर पिन को हटाने या फैलाने के लिए।
छोटी तारों या केबलों को टुकडों में काटनें के लिए।
22. विधुतकार द्वारा इंसुलेटिड हैंडल युक्त साईड कटिंग प्लायर ही प्रयोग करना चाहिए।
23. विधुतकार द्वारा उपयोग करने वाले प्लायरों (Pliers) के हैंडल का इंसुलेशन अच्छी गुणवता वाले रबर या प्लास्टिक का होना चाहिए।
24. उत्पादन कार्यो के लिए विभिन्न साईज की तारों को सामान लम्बाई में छीलने के लिए विशेष रूप से ऑटो स्ट्रीपर औजार (Auto Stripper Tools) प्रयुक्त किया जाता है।
25. केबल का इंसुलेशन (Insulation) छीलते समय कंडक्टर को छीलने या कटने से बचाने के लिए चाकू की धार कंडक्टर पर 20 डिग्री पर ही रखनी चाहिए।
26. विधुतीय सोल्डरिंग (Soldering) कार्यो के लिए 60 प्रतिशत टिन तथा 40 प्रतिशत लैड वाला सोल्डर (Solder) उपयुक्त है।
27. यदि टर्मिनेशन (Termination) कसा हुआ नहीं होगा तब टर्मिनलों पर अधिक गर्मी उत्पन्न होगी, शॉर्ट सर्किट (Short Circuit) होगा और अर्थ लीकेज (Earth Leakage) होगी।